जागी है इक तड़प सी
कुछ रात है
कुछ सुबह सी
बस इतना तो चल जाता पता
की क्या यह प्यास है
या है प्यार की नरमी
जलता है सारा बदन
न सर्द हवा न है गर्मी
कोशिश की मैंने कि
देखूं मैं आइना
नज़र तो आता
किसी का चेहरा
पकड़ा आँचल
किसी ने जैसे
फिर अपनी
बाँहों में भरके
खोली जो मैंने
अपनी आँखें
मूंदी सी मिली
वोह सपने बुनती
कुछ बातें थी अनकही
कुछ बातें थी कही भी
कुछ था अधूरा सा
उनका चेहरा
कुछ था अपने जैसा भी
रंग रूप जागा सा था
पर थी कहीं उसमे सादगी
वैसे भी हम दिल दे बैठे थे
फिर उसने भी हामी भर ही दी
जागी है इक तड़प सी
कुछ रात है
कुछ सुबह सी
जब नींद खुली
जब आँख लगी
जब आँख लगी
जब नींद खुली
बस जीली हमने
ज़िन्दगी
जागी है इक तड़प सी
कुछ रात है
कुछ सुबह सी
कुछ रात है
कुछ सुबह सी
बस इतना तो चल जाता पता
की क्या यह प्यास है
या है प्यार की नरमी
जलता है सारा बदन
न सर्द हवा न है गर्मी
कोशिश की मैंने कि
देखूं मैं आइना
नज़र तो आता
किसी का चेहरा
पकड़ा आँचल
किसी ने जैसे
फिर अपनी
बाँहों में भरके
खोली जो मैंने
अपनी आँखें
मूंदी सी मिली
वोह सपने बुनती
कुछ बातें थी अनकही
कुछ बातें थी कही भी
कुछ था अधूरा सा
उनका चेहरा
कुछ था अपने जैसा भी
रंग रूप जागा सा था
पर थी कहीं उसमे सादगी
वैसे भी हम दिल दे बैठे थे
फिर उसने भी हामी भर ही दी
जागी है इक तड़प सी
कुछ रात है
कुछ सुबह सी
जब नींद खुली
जब आँख लगी
जब आँख लगी
जब नींद खुली
बस जीली हमने
ज़िन्दगी
जागी है इक तड़प सी
कुछ रात है
कुछ सुबह सी
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