मैं क्या हूँ
क्या नहीं
मैं कौन हूँ
कौन नहीं
यह पता नहीं
यह पता नहीं
मुझे किस दिशा
की तलाश थी
यह पता था
मुझे सदियों से
पर अब यह मुझे
क्या हो रहा
की दिशा का
मुझे पता नहीं
वह
प्यार था
या यह प्यार है
या दोनों ही है सच
पर मैं तो मैं ही थी
हमेशा से
अब 'मैं' का मुझे पता नहीं
यह आज कैसी चली आंधी
की उड़ा ले चली मेरे वजूद को
वह मेरे मैं को ले उड़ी
अब क्या बचा है
यह पता नहीं
मुझे किस दिशा
की तलाश थी
यह पता था
मुझे सदियों से
पर अब यह मुझे
क्या हो रहा
की दिशा का
मुझे पता नहीं
वह
प्यार था
या यह प्यार है
या दोनों ही है सच
पर मैं तो मैं ही थी
हमेशा से
अब 'मैं' का मुझे पता नहीं
यह आज कैसी चली आंधी
की उड़ा ले चली मेरे वजूद को
वह मेरे मैं को ले उड़ी
अब क्या बचा है
यह पता नहीं
OMG ! surprised ! hindi poetry for a change? nice thought in its simplest form .. and a really adorable picture mam :):)
ReplyDeletebeautiful pic madame :)
ReplyDeletethis 1's really...good mam..!!!
ReplyDeleteu do pretty well in Hindi too..!! haha
awesome mam...!! :)